कभी एक घना जंगल था, जहाँ हर जीव अपनी ही दुनिया में मग्न था। इसी जंगल में रहते थे दो अलग-अलग स्वभाव के प्राणी — एक था तेज़, आत्ममुग्ध और सुंदर खरगोश (rabbit character), जिसका नाम था ‘राज़’ और दूसरी थी धीमी, सोच-समझ कर चलने वाली, शांत और सौम्य कछुआनी (tortoise character), जिसका नाम था ‘तारा’।(romantic kids story)
राज़ अपनी तेज़ दौड़ (fast rabbit) और आकर्षक व्यक्तित्व के लिए मशहूर था। जंगल की मादा खरगोशियाँ उस पर जान छिड़कती थीं। वहीं तारा अपने अकेलेपन और गहराई से भरी बातों के लिए जानी जाती थी। वह अक्सर नदी के किनारे बैठकर चाँदनी रातों में सितारों से बातें किया करती थी। (romantic kids story)
एक दिन राज़ जंगल के पास बनी झील की ओर आया, जहाँ तारा पानी पी रही थी। उसकी आँखों में अजीब सी चमक थी, जैसे बरसों से किसी को पहचानती हो। राज़ की नज़र उस पर पड़ी और वह ठिठक गया। वो पहली बार किसी को देखकर रुक गया था। (romantic kids story)
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“क्या तुम तारा हो?” राज़ ने झिझकते हुए पूछा।
तारा मुस्कराई, “हाँ, और तुम राज़ हो, जंगल के सबसे तेज़ खरगोश (fastest rabbit in forest)।”
उस दिन कुछ ऐसा था जो आम दिनों से अलग था। दोनों की बातचीत शुरू हुई और कुछ ही पलों में घण्टों की तरह गुजर गए। धीरे-धीरे ये मुलाकातें बढ़ने लगीं। राज़ को तारा की शांति भाने लगी, और तारा को राज़ की ऊर्जा में एक अलग अपनापन महसूस हुआ। (romantic friendship)
पर जंगल की दुनिया भी अजीब थी। वहाँ हर कोई इन दोनों की दोस्ती को लेकर बातें करने लगा। “एक तेज़ खरगोश और धीमी कछुआनी? ये रिश्ता कैसे चलेगा?” ये सवाल हर तरफ गूंजने लगा। (romantic kids story)
राज़ परेशान होने लगा, पर तारा ने उसे थामा, “अगर तुम सच में मेरे साथ हो, तो हमें दुनिया की रफ़्तार से नहीं, अपने दिल की रफ़्तार से चलना होगा।” (emotional love story)
राज़ ने उसे देखा और पहली बार उसकी आँखों में खुद को पाया। उसने कहा, “तारा, क्या तुम मेरे साथ एक दौड़ में चलोगी? इस बार जीतना हारना मायने नहीं रखेगा, मायने रखेगा साथ चलना।” (heart touching story)
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तारा मुस्कराई, “मैं हमेशा से तुम्हारे साथ चलना चाहती थी, राज़। चलो, इस बार दौड़ नहीं, एक प्रेम यात्रा (love journey) पर निकलते हैं।”
इसके बाद दोनों ने जंगल के हर कोने को साथ में जीना शुरू किया। कभी वो पहाड़ियों पर चढ़ते, कभी झील के किनारे बैठकर कविता लिखते। राज़ ने अपनी गति धीमी कर दी और तारा ने अपने खोल से बाहर आना सीख लिया। (slow and steady love)
समय के साथ, उनका रिश्ता गहराता गया। वो एक-दूसरे के विपरीत जरूर थे, पर उनके बीच की केमिस्ट्री ने एक नया रंग रच दिया। उन्होंने एक सुंदर सा घर बनाया, जहाँ जंगल के और भी प्राणी दोस्ती और प्यार की मिसाल (love example) देखने आते थे।
एक दिन, जब पूरी जंगल सभा बुलाई गई, तो राज़ और तारा ने सबके सामने अपने प्रेम का इज़हार किया। (confession of love)
राज़ ने कहा, “मैंने तारा से प्यार करना तब सीखा जब मैंने उसकी आँखों में वो शांति देखी जो मेरे तेज़ भागते जीवन में कभी नहीं थी।” (true love realization)
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तारा ने मुस्कराते हुए कहा, “और मैंने राज़ से प्यार तब किया जब उसने मेरी रफ़्तार को अपनाया और मेरी दुनिया को अपना बना लिया।” (mutual understanding in love)
जंगल में तालियाँ बजीं, पर उससे ज्यादा जो गूंजा वो था — एक सच्चे, समझदार और परिपक्व प्रेम का एहसास। (mature love story)
राज़ और तारा की कहानी अब सिर्फ एक दौड़ की कहानी नहीं थी। ये उस प्यार की मिसाल बन गई जो रफ़्तार नहीं, समझ और साथ पर टिकी होती है। (life lesson in love)