Saturday, April 19, 2025

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Kisan Andolan: केंद्रीय सरकार चार और फसलों पर MSP देने को तैयार है, जो पांच साल का करार होगा।

समग्र

Kisan Andolan News Updates: किसानों को कपास, मसूर, उड़द, मक्की और नैफेड से पांच साल का करार करना होगा। किसान संगठन आज केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर अपना निर्णय देंगे; फिलहाल आंदोलन जारी रहेगा।

विस्तृत

केंद्र सरकार ने रविवार को चंडीगढ़ में किसान नेताओं और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच हुई चौथी दौर की बैठक में चार और फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने को तैयार हो गया। केंद्र सरकार ने गेहूं, मसूर, उड़द, मक्की और कपास के अलावा एमएसपी देने का प्रस्ताव भी पेश किया है. इसके लिए किसानों को नैफेड और सीसीआई (भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ) से पांच साल का अनुबंध करना होगा।

केंद्रीय प्रस्ताव पर बैठक में मौजूद Kisan Andolan में किसान नेताओं ने कहा कि वे सोमवार को सभी संगठनों से चर्चा करके इस पर अंतिम निर्णय लेंगे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लगभग पांच घंटे की बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि चौथी दौर की बातचीत बहुत सकारात्मक रही है।

पंजाब और हरियाणा के भूजल स्तर को बचाने के लिए फसलों का विविधीकरण महत्वपूर्ण है। इसलिए सरकार ने आगे बढ़कर यह प्रस्ताव दिया है, जिससे अधिकांश किसान सैद्धांतिक रूप से सहमत हैं।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, जो बैठक में उपस्थित थे, ने बाहर आकर पत्रकारों को बताया कि फसलों का विविधीकरण बेहद जरूरी है और सरकार वैकल्पिक फसलों पर एमएसपी की गारंटी देगी। इसके बाद अन्य फसलों को इसके अंर्तगत लाया जा सकता है। हम किसान संगठनों से केंद्र के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करेंगे।

केंद्र ने एमएसपी की कानूनी गारंटी के लिए अध्यादेश बनाया है, जो किसान संगठनों ने इससे पहले इस बैठक में स्पष्ट किया है। वह इससे कम कुछ नहीं मानेंगे। पंजाब के सीएम भगवंत मान और कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां भी बैठक में शामिल हुए, जो करीब दो घंटे देरी से शुरू हुई थी. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय भी उपस्थित थे।

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किसान नेता जगजीत डल्लेवाल और सरवण पंधेर ने बैठक से पहले कहा कि उन्हें एमएसपी की गारंटी पर अध्यादेश से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। समाचार लिखे जाने तक बैठक जारी रही। साथ ही, हरियाणा से सटे पंजाब के सात जिलों (पटियाला, एसएएस नगर, बठिंडा, मुक्तसर साहिब, मानसा, संगरूर और फतेहगढ़ साहिब) में 24 फरवरी तक इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाया गया है।

इससे पहले, फरवरी 12 से 16 तक तीन जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद थीं। 15 फरवरी को चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों से हुई बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इंटरनेट बंद होने का मुद्दा उठाया। साथ ही, हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

इससे पहले, संयुक्त किसान मोर्चा ने लुधियाना में एक बैठक में टोल प्लाजा को 20 फरवरी से 22 फरवरी तक फ्री करने का फैसला किया। रविवार को भी बहुत से जिलों में टोल प्लाजा मुफ्त रहे। लुधियाना में हुई बैठक में 37 किसान जत्थेबंदी उपस्थित थे।

भगवंत मान ने  कहा- मैंने की  पंजाब के लाभ बात Kisan Andolan News Updates  

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बैठक के बाद बताया कि किसानों के साथ पांच घंटे तक चर्चा हुई। मैंने पंजाब के लाभों की चर्चा की। जिस दालों की खरीद पर आज चर्चा हुई, हमने एमएसपी की गारंटी मांगी थी।

किसान नेताओं ने कहा…

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बैठक के अंत में कहा कि हम सरकार के प्रस्ताव (एमएसपी) पर अपने मंचों और विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे और फिर एक निष्कर्ष पर पहुंचेंगे। जब तक मांगें पूरी नहीं होती, हमारा मार्च जारी रहेगा। कई अतिरिक्त मांगों पर चर्चा की जरूरत है।

सरकार के प्रस्ताव पर अगले दो दिनों में चर्चा होगी, पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा। सरकार अन्य अनुरोधों को भी देखेगी। अगर कोई निष्कर्ष नहीं निकला, तो ‘दिल्ली चलो’ 21 फरवरी को मार्च में जारी रहेगा।

हरियाणा राज्य: महापंचायत में एक बड़ी लड़ाई की घोषणा

ब्रह्मसरोवर पर हुई हरियाणा के किसान नेताओं, खापों और अन्य संगठनों की बैठक में निर्णय लिया गया है कि अगर पंजाब के किसान संगठनों के साथ केंद्रीय मंत्रियों की बातचीत असफल रही तो हरियाणा के किसान संगठन और खाप पंचायतें आंदोलन में भाग लेंगे। दिल्ली के किसान भी इस आंदोलन में भाग लेंगे। ब्रह्मसरोवर पर बुलाई गई महापंचायत में, भाकियू (चढ़ूनी) ने निर्णय लिया कि हरियाणा से गुरनाम सिंह चढ़ूनी आंदोलन का नेतृत्व करेंगे। धनखड़ खाप के प्रधान डॉ. ओमप्रकाश धनखड़ की अगुवाई में चार सदस्यीय कमेटी भी दिल्ली की खापों और किसानों के साथ आंदोलन की रणनीति बनाएगी।

एक और कृषक हार्ट अटैक से मर गया

रविवार को Kisan Andolan के दौरान एक और किसान हार्ट अटैक से मर गया। संगरूर के खनौरी बॉर्डर पर बैठे कांगथला (पटियाला) के किसान मंजीत सिंह को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां वह मर गया। इससे पहले आंदोलन के दौरान गुरदासपुर के बटाला के एक किसान और हरियाण के सुरक्षाकर्मी भी मर गए थे। किसानों ने कहा कि आंसू गैस के धुएं ने किसान को बीमार कर दिया।https://www.livehindustan.com/national/story-kisan-andolan-did-the-farmers-like-the-governments-proposal-on-msp-delhi-chalo-march-hold-for-two-days-9343592.html

किसानों से पहले केंद्रीय मंत्रियों ने मुख्यमंत्री मान से अलग बैठक की

केंद्रीय मंत्रियों ने किसान नेताओं से पहले होटल हयात में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, मुख्य सचिव अनुराग वर्मा और डीजीपी गौरव यादव से अलग-अलग बैठक की। किसानों के मुद्दों के अलावा राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति भी इस बैठक में चर्चा हुई।

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