Saturday, May 31, 2025

TRENDING POSTS

latest posts

Homeहिंदी कहानियाँप्रेम कहानियाँबंदर और मगरमच्छ – एक प्रेम कहानी (bandar aur magarmachh kahani)

बंदर और मगरमच्छ – एक प्रेम कहानी (bandar aur magarmachh kahani)

गंगा के तट पर एक घना जंगल था, जहाँ कई तरह के जानवर रहते थे(bandar aur magarmachh kahani)। उसी जंगल के एक विशाल पेड़ पर एक चतुर और नटखट बंदर (chatur bandar), राजू, रहता था। राजू केवल चालाक ही नहीं बल्कि दिल का भी बहुत अच्छा था। वह सबके साथ हँसी-मजाक करता, उनकी मदद करता, लेकिन उसके दिल के किसी कोने में एक खालीपन था, जिसे सिर्फ वही महसूस कर सकता था।

उसी जंगल के किनारे एक बड़ा सा तालाब (talab ki kahani) था, जिसमें एक शक्तिशाली मगरमच्छ, केशव, रहता था। केशव अपनी ताकत और होशियारी के लिए मशहूर था, लेकिन उसके दिल में भी एक कसक थी—एक सच्चे दोस्त की तलाश (dosti ki kahani), जो बिना किसी स्वार्थ के उससे प्यार करे।

ये भी पढ़े:शेर और छोटा चूहा (sher aur chhota chuha love story)

दोस्ती की शुरुआत (dosti ki kahani)

एक दिन, तेज गर्मी से परेशान होकर राजू तालाब के पास आ गया। वहीं उसकी मुलाकात केशव से हुई। दोनों ने पहली बार एक-दूसरे को देखा और अजीब-सा अपनापन महसूस किया।

धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती गहरी होने लगी। राजू हर दिन तालाब के पास आता, केशव उसका इंतजार करता। राजू पेड़ों से मीठे फल (meetha fal todkar) तोड़कर केशव के साथ बाँटता और केशव उसे तालाब की गहराइयों की रोमांचक कहानियाँ सुनाता।(bandar aur magarmachh kahani)

दोनों एक-दूसरे के बिना अधूरे लगने लगे। राजू को केशव की शांत बातें अच्छी लगती थीं, और केशव को राजू की हँसी और शरारत भरी बातें।

लेकिन जंगल के अन्य जानवर इस दोस्ती को अजीब समझने लगे। “एक बंदर और एक मगरमच्छ दोस्त कैसे हो सकते हैं?” (bandar aur magarmachh dosti) कई जानवरों ने केशव को समझाया कि बंदर चालाक होते हैं, वह किसी दिन उसे धोखा दे सकता है। पर केशव ने अपनी दोस्ती पर विश्वास रखा।

ये भी पढ़े:2025 Kawasaki Ninja ZX-4R, ₹8.79 लाख की कीमत:ये Yamaha R15, भारत की पहली मिडिल-वेट 4-सिलेंडर सुपरस्पोर्ट्स Bike है।

एक अनोखा प्यार (anokha pyaar)

एक दिन राजू ने केशव से एक ऐसी बात कही जिससे केशव का दिल तेजी से धड़कने लगा

“केशव, क्या तुमने कभी प्यार महसूस किया है?”

केशव हैरान रह गया। उसने सोचा, “क्या यह सिर्फ दोस्ती है, या कुछ और?” लेकिन उसने इस भावना को कभी गहराई से महसूस नहीं किया था।

राजू थोड़ा बेचैन लग रहा था। फिर धीरे से बोला, “मुझे लगता है कि मैं किसी से प्यार करने लगा हूँ।”

केशव थोड़ा उदास हो गया, फिर मुस्कुराकर पूछा, “किससे, राजू?”

राजू शरमाते हुए बोला, “जंगल के दूसरे हिस्से में रहने वाली एक बंदरिया, रानी, से।”

केशव ने महसूस किया कि उसके दिल में एक अजीब-सी चुभन हो रही थी। “क्या यह जलन है?” (pyaar aur jalan) पर उसने इस एहसास को दबाया और राजू की मदद करने का सोचा।

ये भी पढ़े:Vivo T4x 5G, एक सस्ते Phone के साथ 16GB रैम और 6500mAh बैटरी के साथ लॉन्च हुआ।

प्यार का पहला इम्तिहान (pyaar ka imtihaan)(bandar aur magarmachh kahani)

एक दिन राजू ने केशव से कहा, “मुझे रानी के लिए एक अनोखा उपहार चाहिए, जिससे वह प्रभावित हो जाए।”

केशव सोचने लगा। फिर बोला, “मेरे तालाब की गहराइयों में एक चमकदार मोती है। अगर तुम्हें वह मिल जाए, तो रानी ज़रूर खुश हो जाएगी।”

राजू की आँखों में चमक आ गई। लेकिन तालाब की गहराइयाँ उसके लिए खतरनाक थीं। (talab ki gehraiyan) मगर प्यार के आगे उसने किसी भी मुसीबत को नज़रअंदाज़ कर दिया।

केशव ने उसे अपनी पीठ पर बिठाकर तालाब की गहराइयों में ले जाना शुरू किया। राजू रोमांचित था, लेकिन उसके दिल में थोड़ा डर भी था।

ज़िंदगी का सबसे बड़ा धोखा (zindagi ka sabse bada dhokha)

जब दोनों तालाब के बीच पहुँचे, तो अचानक केशव ने एक अजीब बात कही—

“राजू, मुझे एक बात बताओ। तुम्हारा दिल कहाँ है?”

राजू हैरान हो गया, “केशव, यह कैसा सवाल है?”

केशव की आवाज़ बदल गई, “मुझे माफ़ कर दो, राजू। लेकिन मेरी पत्नी ने कहा है कि बंदर का दिल बहुत स्वादिष्ट होता है। अगर मैं तुम्हारा दिल उसके लिए ले आऊँ, तो वह मुझे और ज़्यादा प्यार करेगी।”

राजू का दिमाग़ चकरा गया। “यह क्या हो रहा था? जिसे मैंने अपना सबसे अच्छा दोस्त समझा, वही मुझे धोखा दे रहा था?” (dosti aur dhokha)

लेकिन राजू चतुर था। उसने अपनी बुद्धिमानी से एक योजना बनाई।

ये भी पढ़े:2025 Kawasaki Ninja ZX-4R, ₹8.79 लाख की कीमत:ये Yamaha R15, भारत की पहली मिडिल-वेट 4-सिलेंडर सुपरस्पोर्ट्स Bike है।

बुद्धिमान का बदला (buddhiman ka badla)

राजू ने गहरी सांस ली और बोला, “अरे केशव, तुमने पहले क्यों नहीं बताया? बंदर का दिल तो हमेशा पेड़ पर टंगा रहता है। चलो वापस चलते हैं, मैं अपना दिल ले आता हूँ।”

केशव बिना सोचे-समझे वापस तालाब के किनारे आया। जैसे ही राजू ने ज़मीन पर पैर रखा, वह तुरंत एक ऊँचे पेड़ पर चढ़ गया।

उसने ज़ोर से चिल्लाकर कहा, “केशव, तुमने मेरी दोस्ती का गलत फायदा उठाया। तुम सिर्फ एक स्वार्थी दोस्त थे। अब मैं तुम पर कभी भरोसा नहीं करूँगा!”

केशव ने अपनी गलती महसूस की, लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता था। राजू हमेशा के लिए चला गया।

ये भी पढ़े:Audi Q7 फेसलिफ्ट की बुकिंग शुरू हो गई, 28 नवंबर को प्रक्षेपण:Volvo XC90 से अलग लग्जरी SUV में पैनोरमिक सनरूफ और ADAS जैसे फीचर्स होंगे

अंतिम मोड़ – जो सोचा नहीं था (kahani ka antim mod)(bandar aur magarmachh kahani)

समय बीता, लेकिन केशव का दिल अब भी भारी था। उसने राजू की दोस्ती खो दी थी, जो उसके जीवन का अनमोल हिस्सा थी। (sachi dosti) उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई, क्योंकि उसने अपने प्यार के लिए अपनी सच्ची दोस्ती का बलिदान देने की कोशिश की थी।

राजू भी अंदर से उदास था। उसने एक दोस्त तो खो दिया, लेकिन एक बड़ा सबक सीख लिया—कभी भी बिना सोचे-समझे किसी को अपना दिल मत दो।

प्यार और दोस्ती दोनों ही विश्वास पर टिकी होती हैं। जहाँ विश्वास टूटा, वहाँ रिश्ते भी बिखर जाते हैं।https://hindikahani.in/raj-ki-prem-kahani/

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments